हसनपुर गांव के गऊशाला के चौकीदार की मिलीभगत से काटे गए प्रतिबंधित पशु, मेरठ बेचा गया मांस

शामली(नदीम चौहान)। जिले के झाल गांव के जंगल से 27 जुलाई को बरामद हुए प्रतिबंधित पशुओं के अवशेषों के मामले में पुलिस ने अवैध कटान में शामिल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में एक गऊशाला का चौकीदार भी शामिल है, जो रात के समय गऊशाला से प्रतिबंधित पशुओं को निकालकर कटान करवा रहा था.

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एसपी ने किया खुलासा
शुक्रवार को एसपी शामली रामसेवक गौतम ने पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता की। उन्होंने बताया कि 27 जुलाई को शामली कोतवाली क्षेत्र के गांव झाल के जंगलों में कई प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष मिले थे. वारदात के खुलासे के लिए पांच टीमें लगाई थी। टीमों ने घटनास्थल से प्रतिबंधित पशुओं के कान पर लगे टैग को जांच पड़ताल में शामिल किया, तो पूरे मामले के खुलासे के लिए महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई. एसपी ने बताया कि पुलिस ने पास के ही गांव हसनपुर की गौशाला के चौकीदार सौरभ कुमार समेत नसीम, इरशाद और साहिल नाम के चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जबकि चार अन्य फरार आरोेपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस के मुताबिक अवैध कटान के बाद प्रतिबंधित मांस को मेरठ में बेचा गया था.

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कार व कटान के उपकरण बरामद
एसपी शामली ने बताया कि अवैध कटान की वारदात में गऊशाला के चौकीदार सौरभ की मिलीभगत सामने आई है, जिसने वारदात में शामिल अन्य अभियुक्तों की मिलीभगत से गऊशाला से पशुओं को निकालकर कटान करवाया। उसके द्वारा अभियुक्तों को जंगलों में घूमने वाले अन्य गौवंशों की जानकारी भी दी जाती थी। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त कार और कटान के उपकरण भी बरामद किए गए हैं। एसपी ने अवैध कटान की वारदात का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार के पुरस्कार की घोषणा की है.

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