मथुरा में परेशान महिलाओं ने बंद कराई शराब की दुकानें, पुलिस ने खुलवाया
मथुरा(डेस्क): जिले के गांव पलसन निवासी दर्जनों महिलाओं ने गुरूवार को सड़क जाम करते हुए गांव के बस स्टैंड पर स्थित तीन शराब ठेकों को बंद करा दिया। महिलाओं ने बताया कि शराब के कारण उनके घरों में आय—दिन झगड़े होते हैं और गांव के लोग शराब के आदि बन रहे हैं और शराबी स्कूली छात्राओं से छेड़छाड़ की घटनाओं को भी अंजाम दे रहे हैं. हंगामा कर रही महिलाओं ने सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी कर रोष व्यक्त किया।
पलसन गांव की प्रधान ऊषा देवी ने टीओआई को बताया कि गांव की आबादी करीब 10 हजार है, जोकि धार्मिक यात्रा मार्ग गोवर्धन—बरसाना रोड के किनारे पर बसा हुआ है, लेकिन यहां लोगों को शराब के लिए लुभाने के लिए तीन—तीन ठेके खोले गए हैं, लेकिन शराब से होने वाले नुकसानों पर किसी का भी ध्यान नही है।
हंगामा कर रही महिलाओं ने बताया कि शराब की बढ़ती लत के कारण घरों में महिलाओं के साथ झगड़े होते हैं. गांव की बेटियां जब इंटर कॉलेज में पढ़ाई करने के लिए जाती है, तो कॉलेज के पास ही खुले ठेकों पर मौजूद शराबी उनके साथ अभद्रता करते हैं. कॉलेज के पास पानी लेने के लिए जाने वाली ग्रामीण महिलाओं के साथ भी बदस्लूकी की जाती है और यहां तक की सुबह शराब पीने के बाद लोग काम पर भी नही जाते हैं. महिलाओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि शराब ठेकों पर कोई नियम—कायदे लागू नही है, जहां से 24 घंटों में कभी भी शराब प्राप्त की जा सकती है. उनके द्वारा यह भी सवाल किया गया कि जब शराब हानिकारक है, तो फिर इसे इतना प्रोत्साहन क्यों दिया जा रहा है?
उधर, महिलाओं के हंगामें की सूचना पर नायब तहसीलदार और थानाध्यक्ष गोवर्धन मौके पर पहुंचे। अफसरों ने शराब के ठेकों के संबंध में आलाधिकारियों के माध्यम से आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कराने का आश्वासन देते हुए महिलाओं को शांत किया।
एसएचओ थाना गोवर्धन विनोद बाबू मिश्रा ने बताया कि पलसो गांव की करीब 35—40 महिलाएं सड़क पर आ गई थी और यह कहते हुए शराब की दुकानें बंद करा दी कि ठेकों की वजह से गांव के पुरूष और बच्चे नशे के आदि हो रहे हैं, घरों में भी आय दिन झगड़े होते हैं।
एसएचओ ने आगे बताया कि अधिकारियों को सूचित करते हुए महिलाओं को आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत किया गया। इसके बाद दुकानों को खुलवा दिया गया और मार्ग को भी सुचारू रूप से चालू करवा दिया गया है।