शामली। जिला पंचायत की देखरेख में कस्बा बनत में चलने वाली पशुपेठ में इन दिनों पशु क्रूरता अधिनियमों को तांक पर रखकर खुलेआम पशुओं से क्रूरता की जा ही है। क्षमता से अधिक पशुओं को ट्रकों व अन्य वाहनों में भरकर लाया जाता है, जहां उनकी दम घुटने से मौत हो जाने पर खुले आसमान के नीचे फेंक कर महामारी को फैलने में बढावा दिया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला गुरूवार को दे खने को मिला है।
गुरूवार को कस्बा बनत में जिला पंचायत की पशुपेठ में पशु क्रूरता अधिनियमों की जमकर धज्जियां उडाये जाने के कई नजारे देखने को मिले। पाया गया कि पहले तो ट्रकों व अन्य वाहनों में पशुओं को क्षमता से अधिक ठूस ठूसकर लाया गया और इस दौरान जिन कमजोर पशुओं की दम घुटने से मौत हो गई उन्हे पशु व्यापारी खुले आसमान के नीचे ही मृत आवस्था में छोडकर फरार हो गए, जिन्हे आवारा कुत्ते नोंचते हुए नजर आये। यही नही आवारा कुत्ते मरे हुए पशुओं के मास के टुकडों को मुंह में लेकर आसपास की बस्ती में भी पहुंच गए, जिससे बस्तियों में भी गंदगी एवं नागरिकों मंे भी रोष फैला हुआ है। कुछ लोगों द्वारा पशुपेठ संचालित करने वाले लोगों से संपर्क किया गया तो उन्होने नागरिकों को उल्टा धमकाते हुए नगर पंचायत को सूचना दिए जाने की बात कही। मृत पशुओं को खुले आसमान में छोडने से महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है। लोगों का कहना है कि एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण फैला हुआ है वही दूसरी तरफ अगर ऐसी लारवाही की जायेगी तो बीमारियां पैर पसार लेगी। जिसमें जांच कर कार्यवाही की जानी चाहिए।